लखनऊ : प्रदेश में कोरोना वायरस से निपटने के लिए योगी सरकार ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है, लेकिन इस पर अभी लगाम लगती नहीं दिख रही है। हालांकि यूपी के मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी के मुताबिक, प्रदेश के कई जिले कोरोना मुक्त हो चुके हैं। प्रदेश में शनिवार को कोरोना के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 974 हो गई है। इसी वजह से यूपी के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने एक पत्र जारी किया है, जिमसें प्रदेश के कई जिलों में लॉकडाउन की स्थिति असंतोषजनक दर्शायी गयी है।
यूपी के मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि लॉकडाउन का पालन कठोरता से कराने हेतु जिला प्रशासन प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करे। हालांकि सरकार द्वारा जारी पत्र में साफ कहा गया है कि असंतोषजनक जिलों में पुलिस प्रशासन में सुधार की जरूरत है, जबकि कई जिलों को लेकर सरकार ने साफ तौर पर लिखा है कि यहां पुलिस में आपसी तालमेल की कमी है। इस दौरान जहां जहां पुलिस या फिर मेडिकल टीम पर हमला हुआ है वहां वहां असंतोषजनक हालात करार दिए गये हैं। जबकि पत्र में कई जगह जामतियों और अन्य लोगों के हंगामे का भी जिक्र किया गया है।
सरकार ने जिन जिलों को लॉकडाउन के पालन के हिसाब से असंतोषजनक बताया है, उनमें मेरठ, बागपत, हापुड़, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, बरेली, बदायूं, मुरादाबाद, बिजनौर, रामपुर, अमरोहा, संभल, लखनऊ, खीरी, रायबरेली, सीतापुर, बाराबंकी, सुल्तानपुर, कानपुर नगर, कानपुर देहात, कन्नौज, जालौन, प्रयागराज, प्रतापगढ़, वाराणसी, गाजीपुर,आजमगढ़, कुशीनगर, बस्ती, गोंडा, बहराइच और बलरामपुर शामिल हैं।
वहीं 35 जिलों को लेकर योगी सरकार राहत की स्थिति में है। इन जिलों में अलीगढ़, एटा, हाथरस, कासगंज, पीलीभीत, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, अमेठी, इटावा, फतेहगढ़, औरैया, झांसी, ललितपुर, फतेहपुर, कौशाम्बी, चित्रकूट, महोबा, हमीरपुर, बांदा, चंदौली, जौनपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, संतरविदासनगर, मऊ, बलिया, गोरखपुर, देवरिया, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर और श्रीवस्ती शामिल हैं।
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