आजमगढ़ : लॉकडाउन का पालन कराने के लिए अब पहले की तरह से पुलिस को ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ रहा है। वह अपना काम तो कर रही है लेकिन उसके काम में मौसम भी काफी हद तक सहायक बन रहा है। दिन के दस बजने के बाद अगर बहुत जरूरी न हो तो कोई घर से निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। दोपहर 12 बजे तक लोगों को जरूरी काम से बाहर निकलने की अनुमति मिली है और यह समय पर्याप्त साबित हो रहा है। उसके बाद इक्का-दुक्का को छोड़ दिया जाए तो सड़कों पर आवाजाही खुद कम हो जा रही है।
सड़क पर कोई दिख रहा है तो वह पुलिस वाले या अति आवश्यक सेवा से जुड़े लोग। अनावश्यक घूमने वाले गलियों तक सीमित हो गए हैं। हालांकि, अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस पहुंचने के बाद भी पुलिस के जवान अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद नजर आ रहे हैं। कारण कि एक ओर लॉकडाउन का पालन कराना उनकी जिम्मेदारी बन गई है तो दूसरी ओर अगर किसी अधिकारी के भ्रमण के दौरान वह कहीं आराम फरमाते मिले तो भारी पड़ सकती है। दोपहर बारह बजने के बाद शनिवार को भी पुलिस तिराहों-चौराहों पर वाहनों को रोकती नजर आई। आरक्षी पूछताछ कर रहे थे तो महिला आरक्षी रोज की तरह से रजिस्टर पर नाम-पता के साथ जिस काम से लोग निकले से उसे दर्ज कर रही थीं।
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