लॉकडाउन के दूसरे फेज में खाकी ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी। शहर के विभिन्न मोहल्लों गलियों में तफरी करने के लिए निकले लोगों के साथ ही बगैर मॉस्क घूम रहे लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई। पास की आड़ में बेवजह घूमने वाले भी खाकी की रडार पर रहे। पुलिस की सख्ती के कारण सड़कों पर बीते दिनों के बनस्पत सन्नाटा ज्यादा नजर आया।
प्रधानमंत्री ने मंगलवार को लॉकडाउन की अविध बढ़ाकर तीन मई कर दी। यह भी स्पष्ट कर दिया कि दूसरे फेज में सख्ती होगी। इसके साथ एक योजना भी जोड़ दी कि जहां लॉकडाउन सफल रहा, कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं आए तो रियायत भी दी जा सकती है। इससे बाद प्रशासन में भी बेहतर करने की प्रतिद्वंदिता छिड़ गई है। सड़कों व गलियों में तैनात पुलिस के तेवर अचानक बदल गए। तफरी करने वाले पास होने के बावजूद बातचीत में पकड़े जाने पर जद में आ गए। तिराहे-चौराहों पर खाकी के अनुत्तरित सवाल ने लोगों को परेशान किया तो घरों में सिमटकर रह गए। शहर के मुख्य चौक पर महिला आरक्षी बगैर मॉस्क वालों के नाम व पता नोट कर रही थी। निकट में सादी वर्दी में जवान मोबाइल से उनका ई-चालान कर रहे थे। यही हाल शहर के सभी मोहल्लों में देखने को मिला। एसपी प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह ने कहा कि शासन से ही सख्ती बरतने के निर्देश हैं
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