(आजमगढ़) : राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं सुपर फैसिलिटी हॉस्पिटल में कोरोना वायरस ेसे लड़ाई लड़ रहे करीब 500 चिकित्साकर्मियों को मार्च माह का वेतन नहीं मिला। शासन का निर्देश है कि अप्रैल के प्रथम सप्ताह में स्वास्थ्य विभाग के समस्त कर्मचारियों का वेतन भुगतान कर दिया जाए। बावजूद इसके चिकित्साकर्मियों को वेतन नहीं दिया गया जिससे उनमें रोष है।
राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के प्रधानाचार्य आरपी शर्मा के क्वारंटाइन होने पर महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा के आदेश पर डा. राजेश को प्रधानाचार्य का प्रभार सौंपने के साथ ही समस्त पदीय अधिकार भी स्थानांतरित कर दिया गया। इसके बाद भी आज तक डॉ. राजेश को प्रधानाचार्य के रूप में वित्तीय अधिकार नहीं मिल पाया। इसके चलते बिल पर हस्ताक्षर नहीं हो सका। जिससे करीब 500 डॉक्टर, स्टाफ नर्स एवं कर्मचारियों का वेतन नहीं मिल पाया। प्रधानाचार्य डॉ. राजेश ने बताया कि डीजीएमई कार्यालय में वेतन न मिलने के बारे में मौखिक रूप से बता दिया गया है। चिकित्साकर्मियों का कहना है कि अनवरत कार्य करने के बावजूद भी हम लोगों का मार्च माह का वेतन न मिल पाना काफी कष्टप्रद है। उच्चाधिकारियों को इस समस्या को गंभीरता से लेने की जरूरत है।
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