प्रवासी कामगारों का पैदल चलने का सिलसिला जारी है। दिल्ली-आगरा हाईवे पर हजारों मजदूर पैदल चल रहे हैं। रविवार सुबह कामगारों के सब्र का बांध टूट गया। मथुरा में थाना फरह क्षेत्र में मजदूरों ने हाईवे पर जाम लगाकर आक्रोश व्यक्त किया और हंगामा किया साथ ही टायर रखकर आग लगा दी
मजदूरों का कहना था कि वह दो-तीन दिन से भूखे प्यासे हैं। उनकी कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। अब पैदल भी नहीं चलने दिया जा रहा है। गंतव्य तक पहुंचने के लिए वाहन भी उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं। करीब ढाई हजार मजदूर इस क्षेत्र में परेशान घूम रहे हैं।
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प्रशासन ने गाड़ियों की व्यवस्था नहीं कराई है इससे नाराज होकर मजदूरों ने आग लगा दी और हाईवे पर जाम लगा दिया। क्षेत्राधिकारी रिफाइनरी वरुण कुमार ने बताया कि मजदूरों की भीड़ अचानक हाईवे पर आ गई और जाम लगा दिया पुलिस ने लाठियां फटकार कर जाम खुलवाया। हंगामे के बाद आखिरकार पुलिस-प्रशासन ने ट्रक में बैठा कर फिर से मजदूरों को भेजना शुरू किया है।
प्रवासी श्रमिकों को ट्रकों से उतारा गया
औरैया में हुए सड़क हादसे में श्रमिकों की मौत के बाद पुलिस अफसरों की नींद टूटी। आनन-फानन में चौमाशाहपुर बार्डर पर पहुंचे अधिकारियों ने ट्रक व अन्य गैर सवारी वाहनों से जा रहे श्रमिकों को उतारकर उन्हें खाने की व्यवस्था कराई।
लॉकडाउन में बढ़ोत्तरी के बाद राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा आदि राज्यों में फंसे मजदूर घर जाने के लिए पैदल ही निकल पड़े थे। रास्ते में ये जो भी वाहन मिलता है, उसी में सवार हो जा रहे हैं। शनिवार को औरैया में हुए हादसे के बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों में हडकंप मच गया।
अफसरों ने सीकरी स्थित चौमाशाहपुर राजस्थान की सीमा पर प्रवासी श्रमिकों को ट्रकों से उतरवाया। इन श्रमिकों के ठहरने और उनके खाने-पीने का इंतजाम कराया गया। अब इन श्रमिकों को बसों से उनके जनपदों में भेजा जाएगा। मौके पर एसपी देहात पश्चिम रवि कुमार, एसडीएम डॉ. नंद किशोर कलाल, क्षेत्राधिकारी वीएस वीर कुमार भी रहे।
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