आज़मी समाचार
मधुबन तहसील में लेखपालों का एक गिरोह तहसील में आये जनहित के हर मामले को बाज पक्षी की तरह दबोच लेता है। एसडीएम तहसीलदार को अपने सांचे में ढालने का बखूबी हूनर को ये जानते हैं। एक मामला आजकल चर्चा में है। कम्युनिटी किचन के नाम पर एक हफ्ते से फर्जी कारोबार चल रहा था। कहीं कोई ब्यवस्था नहीं ।लेकिन पुराना फोटो शासन प्रशासन को भेजकर बाहबाही लूटने का प्रयास महंगा पड़ गया। पुरानी बीडीओ वायरल होते ही मामला खुल गया। जिलाधिकारी ने त्वरित कार्रवाई करते हुते लेखपाल को निलम्बित कर दिया। लेकिन भ्रष्टाचार के जनक तहसीलदार पर कोई कार्यवाही नहीं चर्चा में है।
कम्यूनिटी कीचन के नाम पर गजब का हो रहा था खेल योगी सरकार का सारा फरमान हो गया था फेल।एक हफ्ते बाद सोसल मिडिया पर खबर वायरल होने पर कम्युनिटी कीचन बृहस्पतिवार से तहसील मे वजूद में आ गया है।छ किलो आटे की पूड़ी वितरित किए जाने की बात बताई जा रही है। भ्रष्टाचार के आगोश में तड़फडाती तहसील तहसीलदार के कारनामों से खूब चर्चा में है। आज तहसील पर एडीएम जांच पड़ताल कर रहे हैं। जैसा हमेशा होता है वहीं होगा? यह तो हर कोई जान रहा है फिर हाल योगी सरकार को बदनाम करने में राजस्व कर्मी शिद्दत से लगे हुये है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें