आजमगढ़ : लॉक डाउन का पालन कराने के लिए तीसरे दिन कमिश्नर, डीआइजी, डीएम और एसपी सड़क पर भ्रमणशील रहे। पुलिस के रौ में आने का नतीजा यह रहा कि दोपहर के 12 बजने के बाद सड़कों पर कर्फ्यू जैसा सन्नाटा पसर गया। सुबह से ही पुलिस द्वारा कुछ दुकानों को बंद कराने का नतीजा यह रहा कि अफवाहों का बाजार गरम हो गया कि आज सुबह 10 बजे तक ही दुकान खोलने का आदेश है। फोन से पता किया तो अफवाह झूठी निकली और जिस क्षेत्र में दुकानें खुलने की जानकारी मिली उस क्षेत्र में लोग झोला लेकर निकल पड़े। सबसे ज्यादा परेशानी उन लोगों के सामने है जो दूसरे शहर से यहां आकर नौकरी करते हैं। दुकानें बंद होने से चाय और भोजन को ऐसे लोग तरस रहे हैं। दूसरी ओर सुखद यह रहा कि पुलिस रोज की अपेक्षा कुछ सख्त हुई तो सड़कों पर भी अनावश्यक घूमने वालों पर रोक लग गई। कई स्थानों पर पुलिस को लाठियां ताननी पड़ीं तो ऐसे लोग हाथ जोड़ने लगे।
सरायमीर : कस्बा सहित क्षेत्र में मेडिकल हाल, अस्पतालों को छोड़ किराना, सब्जी, दूध की सभी दुकानें सुबह 8 बजे से 12 बजे तक खुली रहीं। भीरा : जौनपुर के जिवली बार्डर पर बैरियर लगाकर सभी गाड़ियों को रोका गया तो 158 गाड़ियों का चालान तथा एक गाड़ी को सीज किया गया।बरदह : सड़कों पर सियापा छाया हुआ था। उपजिलाधिकारी के साथ प्रभारी निरीक्षक लोगों को आगाह कर रहे थे कि अपने-अपने घरों में रहना है।
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