आजमगढ़। आपदा की इस घड़ी में भी कई संगठन व राजनैतिक दलों द्वारा बांटे जा रहे पके-पकाए लंच पैकेट की गुणवत्ता इसका निर्धारण कहीं भी नहीं हो पा रहा है। ऐसे में यदि कहीं फूड प्वाइजनिंग आदि की शिकायत सामने आयी तो जिम्मेदार कौन होगा। इसे लेकर जिला प्रशासन हरकत में आ गया है और बिना अनुमति लंच पैकेट वितरित करने वालों पर एफआईआर का निर्देश डीएम ने जारी कर दिया है।
बाहर से जब लोगों का रेला बसों व अन्य माध्यमों से जिले में पहुंच रहा था तो उस दौरान जिला प्रशासन ने कुछ स्वयं सेवी संगठनों से इन लोगों को पका-पकाया भोजन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था। भारत रक्षा दल, प्रयास संगठन व नगर पालिका प्रशासन ने बाहर से आये लोगों को रोडवेज पर व जगह-जगह घूम कर पका-पकाया भोजन उपलब्ध कराया। अब बाहर से आए लोग या तो होम अथवा स्कूल क्वारंटीन में रखे गये है। ऐसे में अब पका-पकाया भोजन उपलब्ध कराने की जरूरत नहीं है। जिला प्रशासन से अनुमति प्राप्त संस्थाओं के अलावा भी काफी संख्या में अन्य संगठनों व राजनैतिक दलों व सामाजिक लोग भी अपने वाहनों में बीस-पच्चीस लंच पैकेट लेकर निकल रहे है और सड़कों पर घूम-घूम कर वितरित कर रहे है। ऐसे भी कई लोग इन दौरान पका-पकाया भोजन वितरित करने में जुटे नजर आये, जो किसी न किसी प्रकार के राजनैतिक फायदे के लिए ऐसा कर रहे है। वहीं विभिन्न संगठनों व राजनैतिक दलों द्वारा वितरित किये जाने वाले लंच पैकेट गुणवत्तापूर्ण होने की भी कहीं से पुष्टि नहीं की जा सकती है। जिसे देखते हुए डीएम ने इस पर तत्काल रोक लगाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि बिना जिला प्रशासन की अनुमति के कोई भी व्यक्ति अथवा संस्था लंच पैकेट का वितरण नहीं करेगा। अन्यथा की स्थिति में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी जायेगी।
जरूरतमंद की सूचना थे हम उपलब्ध करायेंगे राशन
डीएम एनपी सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन आपद की इस घड़ी में सभी को जरूरत के सामान उपलब्ध कराने में सक्षम है। यदि कहीं कोई ऐसा व्यक्ति अथवा परिवार की जानकारी होती है, जिसके पास खाने की व्यवस्था नहीं है तो इसकी सूचना जिला प्रशासन को दे, जिला प्रशासन ऐसे लोगों को तत्काल राशन उपलब्ध करायेगा। डीएम ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति अपनी इच्छा से लोगों की मदद करना चाहता है तो जिला प्रशासन से अनुमति लेकर ही कर सकता है।
दो दर्जन कम्यूनिटी किचेन का हो रहा संचालन
डीएम ने बताया कि वैश्चिक महामारी के दौरान आम जनता व विभिन्न क्वारंटीन सेंटरों में रखे गये लोगों को पका-पकाया भोजन उपलब्ध कराने के लिए दो दर्जन भर कम्यूनिटी किचेन जिले में संचालित है। जिसमें दर्जन भर सरकारी है तो वहीं दर्जन पर विभिन्न स्वयं सेवी संगठनों के माध्यम से संचालित कराये जा रहे है। पका-पकाया भोजन इन्हीं कम्यूनिटी किचेन के माध्यम से ही बांटा जा सकता है।
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