आजमगढ़ : मौसम ने साथ दिया तो किसान खेतों में उतरकर पसीने की कमाई घर तक सुरक्षित ले जाने में जुट गए लेकिन रविवार की शाम से बिगड़ा मौसम का मिजाज सोमवार की शाम तक पूरी तरह से ठीक नहीं हो सका। शाम को शहर में भी मौसम ने करवट लिया और धूल भरी तेज हवा के साथ आसमान में बादल छा गए। इस दौरान हल्की बूंदाबांदी ने किसानों की बेचैनी को बढ़ा दिया।
हवा दस मिनट तक इतनी तेज थी कि खेतों में बांधकर रखे गेहूं के बोझ और भूसा उड़ने लगे। यह देख किसानों के माथे पर चिता की लकीरें गहरा गईं और वह आनन-फानन उपज को सुरक्षित करने में लग गए। हालांकि, मौसम में बदलाव से लोगों गर्मी से राहत महसूस की। बार-बार मौसम के खराब होने व मजदूरों की उपलब्धता नहीं होने पर किसान पहले से परेशान था और अब मौसम की बेरुखी से परेशानी और भी बढ़ गई है।
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