आजमगढ़ : एक साथ दर्जन भर पुलिसकर्मी जिधर से गुजर रहे थे, लोगों का कौतूहल बढ़ता रहा कि आखिर क्या हो गया। ऐ दूर खड़े हो, ऐ तुम्हारी समझ में नहीं आ रहा है, ग्राहकों को बोल नहीं सकते। यहां तक कि चिकित्सक की क्लीनिक पर भी धमकी पुलिस ने डाक्टर से भी वही कहा। डाक्टर साहब ने जैसे ही कहा कि क्या करें, मरीज देखें या लाइन लगवाएं, क्या क्लीनिक बंद कर दें, पुलिस ने जवाब दिया कि नियमों का पालन सभी को करना ही पड़ेगा। आप व्यवस्था नहीं बना पा रहे हैं तो मैं खुद शटर गिरा दूंगा।
पुलिस के इस तेवर के आगे कोई कुछ बोलने की स्थिति में नहीं दिखा। अचानक पुलिस का बदला तेवर किसी की समझ में नहीं आ रहा था। इधर-उधर चर्चा में लोग यही बताए कि भीड़ की खबर पर डीएम बहुत नाराज हैं। उन्होंने पुलिस को लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए निर्देशित किया है। खैर एक दिन पहले के निर्देश का असर सोमवार को शहर की सड़कों पर साफ तौर पर दिखने लगा। भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में पुलिस सुबह से ही भ्रमण कर लोगों को चेतावनी देती रही। यहां तक कि वेस्ली कालेज में लगी सब्जी मंडी तक वही पहुंच पाया जिसका घर बड़ादेव और चौक के बीच में था। शेष लोगों को वहां तक पहुंचने की इजाजत नहीं थी। किराना, मेडिकल स्टोर, सब्जी या जिन भी प्रतिष्ठानों को खोलने की अनुमति है, वह लोग भी अगर मास्क, सैनिटाजर का इस्तेमाल सुनिश्चित नहीं करते हैं। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि सभी लोग मास्क का प्रयोग करें। यानी चेहरा ढका होना चाहिए, भले ही रुमाल, तौलिया, गमछा और दुपट्टा से ही ढकें, क्योंकि कोरोना से बचाव के लिए शारीरिक दूरी और भीड़ से बचना बहुत जरूरी है।
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