आजमगढ़। कोरोना संक्रमण को लेकर लाक डाउन में बाहरी राज्यों और प्रदेशों से पलायित होकर घर आए प्रवासियों को रोजगार दिलाने की कवायद शुरू कर दी गई है। अब तक जनपद में 1.59 लाख प्रवासियों का पंजीकरण किया गया है। इसमें 93 हजार लोगों की डाटा फीडिंग का कार्य पूरा कर लिया गया है। स्किल मैपिंग के आधार पर विभागवार प्रवासियों को सूची भेजी जा रही है। ताकि उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराया जाए या स्वरोजगार शुरू करने के लिए मदद कराई जाए।
जनपद में लॉकडाउन के बाद से अब तक जनपद में लगभग 1.60 लाख प्रवासियों का आगमन हुआ है। अपना काम छोड़ कर जीवन रक्षा के लिए घर पहुंचे इन प्रवासियों को घर पर ही रोजगार मुहैया कराने के लिए शासन के कड़े निर्देश जारी किए हैं। ऐसी स्थिति में इनका पंजीकरण करने के बाद इनकी डाटा फीडिंग का जा रही है। साथ ही इसमें स्किल मैपिंग का काम किया जा रहा है। अब तक जनपद में कुल 1,59,366 प्रवासी कामगारों की पंजीकरण हो गया है। इनमें से जिला प्रशासन की ओर से 93 प्रवासी श्रमिकों के डाटा फीडिंग का कार्य पूरा कर लिया गया है। सरकार की ओर से इन प्रवासी श्रमिकों को प्रदेश में काम उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि उन्हें फिर से दूसरे प्रांतों में न जाना पड़े और प्रदेश भी इनके हुनर से प्रगति कर सके।
चार भागों में चिह्नित किए जा रहे प्रवासी
आजमगढ़। जिला प्रशासन की ओर से पहले पंजीकृत श्रमिकों में कुशल और अकुशल श्रमिकों का चयन किया जा रहा है। 1.59 प्रवासियों में लगभग एक लाख लोग कुशल श्रमिक में चिह्नित किए गए हैं। वहीं, शेष लोग अकुशल श्रमिक के रूप में चिह्नित हुए हैं। कुशल श्रमिकों की तीन भागों में बांट कर योजना बनाई जा रही है। इसमें उन्हें एनआरएलएम, उद्योग विभाग और कार्यदायी संस्था के सहयोग से काम दिलाया जाएगा। इसके लिए संबंधित विभागों को प्रवासियों की सूची और डाटा भेजा जा रहा है।
उद्योग विभाग को मिली 9645 प्रवासियों की सूची
आजमगढ़। जिला प्रशासन की ओर से चिह्नित प्रवासियों में 9645 प्रवासियों की सूची उद्योग विभाग को भेजी गई है। इसमें विभाग की ओर से उन्हें फोन करके जानकारी ली जा रही है कि वो यहीं पर काम करने के इच्छुक हैं या फिर बाहर जाना चाहते हैं। इसके बाद इनकी इच्छानुसार इन्हें लोन, टूलकिट, प्रशिक्षण या रोजगार देने के लिए कार्य किया जा रहा है। उपायुक्त उद्योग प्रवीण मौर्य ने बताया अभी तक 73 लोग विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत टूलकिट, पांच प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत, तीन मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, 12 लोग ओडीओपी (ब्लैक पाटरी या रेशमी साड़ी), 20 लोगों ने मुद्रा योजना के तहत लोग के लिए इच्छा जताई है। कुछ प्रवासियों ने फिर वापस जाने की बात कही है। प्रतिदिन करीब 100 प्रवासियों से बात की जा रही है। गौतमबुद्धनगर में एक कंपनी में काम के लिए प्रवासियों की सूची भेजी गई है।
27 हजार प्रवासी श्रमिकों को मिला जाबकार्ड
आजमगढ़। सीडीओ आनंद शुक्ला ने बताया कि विभिन्न प्रांतों और जनपद से आए प्रवासी श्रमिकों के समक्ष परिवार के भरण पोषण की समस्या न हो। इसके लिए सरकार के निर्देश पर इन्हें मनरेगा से जोड़ने के लिए जाब कार्ड बनवाया जा रहा है। ताकि इन्हें अपने परिवार के भरण पोषण में किसी प्रकार की परेशानी न आए। जनपद में अब तक 27 हजार प्रवासी श्रमिकों का जाबकार्ड बनाया जा चुका है।
प्रवासी श्रमिकों के संबंध में उनके आधार कार्ड, बैंक खाता, राशन कार्ड के साथ ही इस बात की भी जानकारी हासिल की गई कि वह कौन सा हुनर जानते हैं। क्या कर सकते हैं? ताकि उन्हें प्रदेश में ही उन्हें उनके हुनर के हिसाब से काम दिलाया जा सके। डाटा कलेक्ट करने का कार्य पूरा हो चुका है। उनकी फीडिंग का कार्य जारी है। फीडिंग के विभागों को सूची भेजी जा रही है। - आनंद शुक्ला, सीडीओ
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