अंबारी। अहरौला थाना क्षेत्र के समैसा गांव निवासी व कथित बसपा नेता राजेश गुप्ता को दरोगा के खिलाफ फेसबुक पर गलत टिप्पणी करना महंगा पड़ गया। मंगलवार को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
समैसा गांव के बगल में स्थित कौर्रा घाटमपुर गांव में एक जून की रात में दो संप्रदाय के लोगों में मारपीट हो गई थी। जिसमें दोनों पक्षों के एक दर्जन से अधिक लोग घायल हुए थे। तनाव को देखते हुए वहां अभी तक पुलिस बल तैनात है। पुलिस का कहना है कि तीन दिन पहले राजेश गुप्ता पुत्र रामधनी तनावग्रस्त गांव में जा कर एक पक्ष से गोलबंदी कर रहा था। जिसकी शिकायत दूसरे पक्ष ने पुलिस से की थी। इस पर चौकी प्रभारी माहुल तारकेश्वर राय द्वारा राजेश गुप्ता को यह चेतावनी दी गई थी कि वह गांव में जाकर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास न करें। इस पर नाराज कथित बसपा नेता ने सोमवार को फेसबुक पर चौकी प्रभारी के खिलाफ झूठा आरोप लगाते हुए यह संदेश पोस्ट किया कि वे उसे धमका रर्हे औ पैसे की मांग कर रहे हैं। जैसे ही इसकी जानकारी पुलिस को हुई उसने राजेश गुप्ता को तलाश कर उसे गिरफ्तार कर लिया। प्रभारी निरीक्षक अहरौला संदीप यादव का कहना है कि किसी पर आधारहीन आरोप लगाना और फेसबुक आदि पर बगैर ठोस सबूत के टिप्पणी करना अपराध है। इसके लिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
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