आज़मी नसमाचार
यह पूरा घटनाक्रम मुबारकपुर थाना क्षेत्र पूरा खिजिर वार्ड नंबर 14 की रहने वाली अजमेरी खातून पत्नी अब्दुल सत्तार ने 1 वर्ष पूर्व अंसार अहमद को अपनी जमीन बिजनेस करने के लिए दी थी जिसके बाद अंसार अहमद ने उसमें अवैध तरीके से पशु हत्या एवं हत्या करने लगा I
जिसका विरोध अजमेरी खातून ने किया तो उसे जान से मारने की धमकी अंसार अहमद के द्वारा दिया गया जिसकी सूचना उन्होंने निकटतमचौकी इंचार्ज को दी लेकिन उल्टा उसके पति को ही 5 दिनों तक थाने में ही बैठा लिया गया । जिसके बाद अजमेरी ने सीओ सदर एवं जिलाधिकारी आजमगढ़ को इसकी सूचना दी लेकिन कोई कार्यवाही ना होने पर अजमेरी निराश हो गई और पुणे थाने पहुंची किंतु मुबारकपुर थाने की निरंकुश पुलिस कानून और संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए अंसार को संरक्षण देते हुए पूरा मामला दबाने की कोशिश की गई और अवैध स्लाटर हाउस को चलने दिया गया I कुछ दिन बाद एक बार फिर उस महिला के द्वारा विरोध किया गया कि मेरी जमीन में गोकशी एवं अवैध स्लॉटर हाउस क्यों चलाया जा रहा है तो उस महिला को किडनैप कर लिया गया और के जाकर प्रयागराज में फेंक दिया गया जिसके बाद वहां के पुलिस के द्वारा बेहोश हालत में अजमेरी को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया । जिसके बाद इसकी सूचना मीडिया के लोगों को दिया गया और संबंधित सभी अधिकारियों को सूचना की गई फिर भी कोई कार्यवाही ना होने पर महिला को बार-बार जान से मारने की धमकी मिली एवं चौकी इंचार्ज के द्वारा कहा गया कि तुम अपना केस वापस ले लो नहीं तो तुम को झूठे केस में फंसा कर 4 साल के लिए जेल में भेज दिया जाएगा I अब देखना यह होगा कि आजमगढ़ शासन प्रशासन इस मामले में कहा तक और क्या कार्यवाही करता है I
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें