निजामाबाद संवादाता रुदल यादव ओम प्रकाश गुप्ता निजामाबाद के बुनेल अहमद व उनके मित्र त्रिभुवन प्रजापति निजामाबाद निवासी के दिल में इस कडकडाती ठंड में अपने गरीबी में दुसरे गरीब घरो के लिए 21रजाई ऐसे गरीब घरो में दिया जिसके घर खाने के लिए मुख्यमंत्री के तरफ से कुछ हद तक मिल जा रहा है वही पर ओढने के लिए कुछ गरीबो के रजाई नहीं जब ऐसा सुनने में बुनेल अहमद को आया तो वह अपने आप को रोक ना सके और अपने गरीबी को ना देख दूसरे गरीब घरो में अलग अलग लोगो में 21 रजाई बाट कर एक मिसाल पेस किया और वही एक पत्रकार ओपी गुप्ता शेरे आजमी न्यूज चैनल और अखबार के संवाददाता ने जब पूछा कि आप खुद परेशान है ऐसे मे आप ना तो कोई चुनाव ना ही कही नेता के रूप में कोई आप को देखा तो इस रजाई बाटने का क्या मतलब है इस बात पर बुनेल अहमद ने कहा कि हम ना तो कोई नेता है ना ही हमे कोई चुनाव लडना हैं ना ही हम जाति पाति मानते हम बस एक इंसान है इंसान को जानते जो कि हम एक गरीब मुस्लिम है जो कुछ गरीब हिन्दू भाई घर में रजाई ना रहने के वजह से ठंड में परेशान थे तो हमने कुछ काम के लिए रखे पैसे से रजाई खरीदा और अपने हिन्दू दोस्तों के साथ उन लोगों को रजाई दिया और हमे भी उन लोगों ने रजाई के बदले बहुत बड़ा दुआ दिए जो हमें बहुत खुशी मिला खर इस कार्य से बहुत लोग खुश हैं कि एक गरीब एक गरीब का दर्द को समझा और मदद कर कुछ चुनाव लड़ने बाले नेताओ को समझने के लिए ऐसा किए क्यो कि कुछ नेता चुनाव में पैसा तो बहुत खर्च करते वोट के लिए लेकिन इन गरीब लोगों को कुछ देने की बात आती हैं तो वादा करके निकल लेते हैं ऐसे में आज हमे खुशी बहुत हैं।
एक गरीब का बेटा बाटा गरीबों को रजाई चर्चा खूब
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