अहरौला। थाना क्षेत्र के मोलनापुर गांव में शुक्रवार की शाम को रास्ते के विवाद में दो पक्षों के बीच कहासुनी के बाद जमकर मारपीट हुई। जिसमें दोनों तरफ से 12 लोग घायल हो गए। इसमें एक पक्ष से चार लोग और दूसरे पक्ष से आठ लोग शामिल हैं। घायल होने वालों को सीएचसी अहरौला में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर देख डाक्टर ने चार लोगों को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। घायलों में एक अहरौला थाने का चौकीदार भी शामिल है।
घायलों में एक पक्ष से दुर्गेश विश्वकर्मा (18), फिरतू (55), तीरथू (45), उमेश (26), बृजेश (26), राजेश (22), नीलम (16), इसरावती (55) तथा दूसरे पक्ष से जगदीश (40), राहुल (24), राकेश (22), पुत्तुल विश्वकर्मा (47) शामिल है। यह सभी अहरौला थाने के मोलनापुर गांव के हैं। आपस में पट्टीदार हैं। इनके बीच काफी दिनों से रास्ते का विवाद चल रहा था। शुक्रवार की शाम को विवाद और गहरा गया और दोनों पक्ष के लोग एक दूसरे पर लाठी-डंडा से हमला बोल दिया। इस दौरान दोनों तरफ के कुल 12 लोग घायल हो गए। इस दौरान घर में घुसकर तोड़फोड़ भी की गई। सूचना पर डायल 112 की पुलिस मौके पर पहुंची। बीच बचाव करते हुए घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अहरौला में भर्ती कराया। जहां हालत गंभीर देख डाक्टर ने तीरथू, फिरतू, राजेश और उमेश को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। फिरतू विश्वकर्मा अहरौला थाने का चौकीदार है। प्रभारी निरीक्षक अहरौला संदीप यादव ने बताया कि घटना की सूचना मिली है। अभी तक कोई रिपोर्ट नहीं दर्ज है, ना ही तहरीर मिली है।
अस्पताल से स्टाफ नदारद, सिपाहियों ने संभाला मोर्चा
अहरौला। सीएमओ द्वारा सभी अस्पताल में तैनात डाक्टर और कर्मचारियों को 24 घंटे अलर्ट रहने का निर्देश जारी किया है। वहीं सीएचसी अहरौला में तैनात डाक्टर और कर्मचारी नदारद रहे। आलम यह रहा कि शुक्रवार की शाम को अहरौला थाने के मोलनापुर गांव में हुई मारपीट में घायल 12 लोगों को पुलिस सीएचसी अहरौला पहुंची। वहां पर कोई डाक्टर या कर्मचारी नहीं मिला। ऐसे में डायल 112 के पुलिसवालों ने मोर्चा संभाला और सभी को स्टेचर पर लादकर अस्पताल में दाखिल कर दिया। करीब पंद्रह मिनट बाद अपने कमरे से आए डाक्टर और कर्मचारियों ने इनका इलाज शुरू किया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें