महराजगंज ब्लाक परिसर के सरकारी आवास में बृहस्पतिवार की रात फंदे लटकी सेक्रेटरी अशोक सिंह की लाश शुक्रवार की दोपहर परिजनों और ग्राम पंचायत संगठन के पदाधिकारियों ने कलक्ट्रेट पर रख दिया है। बीडीओ और प्रधान समेत पांच लोगों पर हत्या का आरोप लगाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। प्रशासन पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया। प्रभारी मंत्री के कार्यक्रम से पहले डीएम आफिस जाने वाले प्रमुख मार्ग पर लाश रखकर रास्ता जाम करने से पुलिस-प्रशासन के माथे पर बल पड़ गए। मौके पर डीएम और जिले के प्रभारी मंत्री पहुंचे। कार्रवाई का भरोसा देकर मामला शांत कराया।
कप्तानगंज के मुखलिसपुर गांव निवासी अशोक सिंह (50) ग्राम विकास अधिकारी (सेक्रेटरी) के पद पर महराजगंज ब्लाक में तैनात थे। उनके पास करीब पांच से अधिक गांव का चार्ज था। लोगों के मुताबिक अशोक के हलके में शौचालय का पूरा निर्माण नहीं हो सका है। कई लोग रुपये लेने के बाद भी शौचालय नहीं बनवाए थे। जिला प्रशासन शौचालय निर्माण पूरा कराने का दबाव बना रहा था। इसे लेकर बीडीओ महराजगंज और सेक्रेटरी अशोक सिंह के बीच तनातनी चल रही थी। सेक्रेटरी कई दिनों से तनाव में थे। बृहस्पतिवार की रात करीब आठ बजे सेक्रेटरी की लाश उनके सरकारी कमरे में लटकी हुई मिली। परिवार के लोगों को शक था कि बीडीओ, एडीओ पंचायत, ग्राम प्रधान आदि ने साजिश के तहत पहले उनकी हत्या की। बाद में घटना को अलग रूप देने के लिए शव को फंदे से लटका दिया। परिवार के लोग दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करते हुए अशोक की लाश लेकर शुक्रवार की दोपहर करीब डेढ़ बजे कलेक्ट्रेट पहुंचे। डीएम आफिस की ओर जाने वाले गेट पर लाश रखकर जाम लगा दिया। नारेबाजी शुरू कर दी। लोग आरोपियों के विरुद्ध हत्या की रिपोर्ट दर्ज करने, बीडीओ को निलंबित करने, उचित मुआयना देने की मांग करने लगे। हंगामा के जानकारी मिलने पर सीडीओ मौके पर पहुंचे। सभी को मनाने की कोशिश की लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई। दो बजे डीएम नागेंद्र प्रसाद सिंह स्वयं मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का आश्वासन देकर मामला शांत करा दिया। पुलिस जैसे ही अशोक की लाश लेकर आगे बढ़ी। उसी समय जिले के प्रभारी मंत्री सुरेश राणा पहुंच गए। लोग पुन: मंत्री के काफिले के आगे बैठकर कार्रवाई की मांग करने लगे। मंत्री ने सभी को समझा-बुझाकर मामला शांत करा दिया। इस बात को लेकर डीएम कार्यालय में करीब दो घंटे तक गहमा-गहमी रही। पूरा कलेक्ट्रेट पुलिस छावनी में तब्दील था।
कलक्ट्रेट पहुंचे लोगों से बात की गई है। शनिवार को परिवार से भी मुलाकात करूंगा। आरोपों की जांच के लिए एसडीएम सगड़ी और जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी की टीम बनाई गई है। पीएम रिपोर्ट के अनुसार मामले में एफआईआर करा कार्रवाई की जाएगी। - एनपी सिंह, डीएम
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें