आजमगढ़। बसपा छोड़ सपा में शामिल हुए पूर्व सांसद बलिहारी बाबू ने शुक्रवार को सपा कार्यालय में पत्र-प्रतिनिधियों से वार्ता की। इस दौरान उन्होंने बहुजन समाज पार्टी को लक्ष्य से भटकने वाली पार्टी बताया।
पूर्व सांसद ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी न कांशीराम की थी और ना ही मायावती की है। बसपा एक मिशन है एक कैडर वाली पार्टी है। लेकिन वर्तमान में यह पार्टी लक्ष्य से भटक गई है। जब मैं पार्टी में था तो मुझे दो बार राज्यसभा जाने का मौका मिला। लेकिन मुझे पद की कोई लालसा नहीं थी इसलिए मैंने अपने स्थान पर दूसरे को राज्यसभा भेजा। 2007 में मुझे राज्यसभा में जाने का मौका मिला। लेकिन बाद में मुझे पार्टी से निकाल दिया गया। इसके बाद मैं कांग्रेस में शामिल हो गया। लेकिन 2017 में फिर मैं अपने बसपा में शामिल हुआ लेकिन मुझे पार्टी में करने के लिए कोई काम नहीं सौंपा गया। जिस पार्टी के सलाहकार गलत हों उस पार्टी का पतन होता है। इसलिए मैंने बसपा को छोड़कर सपा में शामिल हुआ। मुझे खुशी है कि सपा में कार्य करने का मौका मिला 2022 के चुनाव में अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाना है। पूर्व सांसद रामाकान्त यादव, विधायक डा.संग्राम यादव, पूर्व विधायक श्यामबहादुर सिंह यादव, कमला प्रसाद यादव, जयराम सिंह पटेल, हरिश्चन्द्र यादव, आशा यादव, सना परवीन, गुड्डी देवी, सपना निषाद, वेदप्रकाश यादव, शिवसागर यादव, राजाराम सोनकर, रामप्रवेश यादव, देवेन्द्र राम, जगदीश प्रसाद उपस्थित थे। इससे पहले पूर्व विधायक श्याम बहादुर सिंह यादव ने कार्यकर्ताओं के साथ फूलपुर के शंकर तिराहा पर उनका स्वागत किया। जीतेन्द्र यादव सहित काफी संख्या में सपा कार्यकर्ता मौजूद थे।
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