आजमगढ़/सरायमीर। अंत्योदय और मनरेगा जाब कार्ड धारकों को शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन की ओर से 35 किग्रा राशन मुफ्त मुहैया कराया जा रहा है। कोटेदारों द्वारा वितरित किए जा रहे खाद्यान्न की हकीकत का जायजा लेने के लिए शनिवार को डीएम एनपी सिंह आम आदमी की तरह दो गांवों में पहुंच गए। कम खाद्यान्न मिलने पर उन्होंने दो कोटे की दुकानों को निलंबित कर दिया। वहीं रविवार को भी उन्होंने एक गांव में लोगों से खाद्यान्न वितरण के संबंध में जानकारी ली। वितरण में गड़बड़ी मिलने पर डीएम ने कोटेदार को निलंबित करते हुए उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया।
खाद्यान्न वितरण करने के लिए डीएम एनपी सिंह शनिवार को देवारा क्षेत्र के महाजी देवारा गांव में पहुंचे। गांव में खाद्यान्न वितरण से पहले डीएम ने गाड़ी से जाते हुए त्रिपुरारपुर खालस गांव के बाहर ही अपनी गाड़ी को रोकवा दी। सारे कर्मचारियों को वहीं रुकने के लिए कहकर वह सीधे गांव में पहुंच गए। गांव में चारपाई पर बैठी एक महिला से उन्होंने बात करनी शुरू कर दी। महिला ने बताया कि उसे पांच किलो खाद्यान्न कम मिला है। गांव की अन्य महिलाओं ने भी राशन कम मिलने की बात कही। इसके बाद डीएम वहां से शिवपुर गांव में पहुंचे। वहां छोटी बच्चियां मिलीं। उन्होंने बताया कि 60 रुपये वाला राशन 100 रुपये में मिलता है। वहीं अन्य लोगों ने बताया कि उन्हें 25 किलो की जगह 20 किलो राशन ही मिलता है। डीएम ने दोनों कोटेदारों को निलंबित कर दिया है। साथ ही सप्लाई इंस्पेक्टर को निर्देश दिया कि दूसरे कोटे के माध्यम से वितरण कराया जाए। साथ ही यहां के नोडल अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी करने का निर्देश दिया। वहीं रविवार को डीएम ने निजामाबाद विकास खंड के खुजियारी गांव में खाद्यान्न वितरण का जायजा लिया। जहां मुसहर बस्ती में उन्होंने पाया कि सभी को राशन बंटा है। दलित जाति की महिलाओं ने बताया कि उन्हें सफेद कार्ड पर यूनिट के हिसाब से कम राशन दिया गया है। लेखपाल ने दोबारा उन्हें राशन बढ़वाकर दिलाया। डीएम ने तत्काल कोटेदार को निलंबित करते हुए सप्लाई इंस्पेक्टर को उसके खिलाफ एफआईआर करने का निर्देश दिया।
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